नयी दिल्ली : भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने समय-समय पर देश को झटका दिया है. प्रधानमंत्री ऐसा काम कर जाते हैं जिसकी उम्मीद कोई नहीं कर पाता. आज भी जब देश अपने 2 वर्ष 11 माह 18 दिन की मेहनत से जन्मे संविधान की 71 वीं वर्षगांठ मना रहा था तभी प्रधानमंत्री ने अचानक ऐसा काम कर दिया जिसकी उम्मीद किसी को न थी. राजपथ पर एक अलग पथ बनाकर पीएम मोदी ने इतिहास रच दिया.दरअसल प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को गणतंत्र दिवस के अवसर पर इंडिया गेट पर स्थित अमर जवान ज्योति के बजाय पहली बार यहां नव निर्मित राष्ट्रीय युद्ध स्मारक पर शहीद जवानों को श्रद्धांजलि दी. बता दें कि इंडिया गेट परिसर में स्थित इस स्मारक का पिछले साल 25 फरवरी को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उद्घाटन किया था.
आप सभी लोग जानते ही हैं ‘अमर जवान ज्योति’ पर एक झुकी हुई बंदूक के ऊपर जवान का हेलमेट रखा हुआ है तथा उसके नीचे निरंतर ज्योति जलती रहती है. 1971 के भारत-पाकिस्तान युद्ध में शहीद हुए जवानों की याद में इंडिया गेट के नीचे 1972 में इसका निर्माण किया गया था. तकरीबन 40 एकड़ क्षेत्र में फैले राष्ट्रीय युद्ध स्मारक में चार चक्र ‘अमर चक्र’, ‘वीरता चक्र’, ‘त्याग चक्र’ और ‘रक्षक चक्र’ हैं जिन पर ग्रेनाइट के पत्थरों पर स्वर्ण अक्षरों से 25,942 जवानों के नाम लिखे हैं. इसमें 15.5 मीटर ऊंचा एक स्मारक स्तंभ, निरंतर जल रही ज्योति और कांस्य के छह भित्ति चित्र हैं जो भारतीय सेना, वायु सेना और नौसेना द्वारा लड़ी गई प्रसिद्ध लड़ाइयों को दर्शा रहे हैं. यह स्मारक 1962 में भारत-चीन युद्ध, 1947,1965 और 1971 में भारत-पाक युद्ध, श्रीलंका में भारतीय शांति रक्षा बल के अभियानों और 1999 में कारगिल युद्ध तथा संयुक्त राष्ट्र शांति रक्षा अभियानों के दौरान शहीद जवानों को समर्पित है. 42 मीटर ऊंचा इंडिया गेट प्रथम विश्व युद्ध (1914-1918) और तीसरे एंग्लो-अफगान युद्ध (1919) में मारे गए जवानों के सम्मान में ऑल इंडिया वॉर मेमोरियल आर्च के रूप में ब्रिटिश राज के दौरान बना था.
आज वॉर मेमोरियल पहुंच कर जब पीएम मोदी ने शहीदों को श्रद्धांजलि दी तब प्रधानमंत्री 48 साल से चली आ रही परंपरा को समाप्त कर रहे थे. देश आज प्रधानमंत्री की इस पहल का स्वागत कर रहा है. इतना ही नहीं प्रधानमंत्री ने राजपथ पर पैदल चलकर लोगों का अभिवादन स्वीकार किया और अपने चिर परिचित अंदाज में दिखाई दिए.
Modi ji ki har baat khas h , hindustan k itihas me inke jaisa lokpriya neta shayad hi koi ho .. hmare Pradhan mantri shri Modi ji jinhone lagatar rajniti me apna sikka jamaya h , 2000 k baad lagatar 3 baar mukhyamantri aur fir lagatar 2 baat pradhanmantri rahe h . Mai ummid krta hu ki aane wale samay me inhe desh k rastrapati ki jagah bhi milni chahiye