उत्तर प्रदेश. सरकार के आदेश के बाद प्रदेश की पुलिस ने कानपुर कांड के मुख्य आरोपी विकास दुबे समेत 6 अपराधियों को दुनिया से विदा कर दिया और उसके चार सहयोगियों को गिरफ्तार भी किया है जबकि 11 आरोपियों की तलाश में पुलिस छापेमारी कर रही है. प्रदेश में अपराध और अपराधी दम तोड़ रहे हैं. ये बातें प्रदेश के एडीजी लॉ एंड ऑर्डर प्रशांत कुमार ने कहीं है.
समाचार एजेंसी पीटीआई भाषा से बात करते हुए प्रदेश के अपर पुलिस महानिदेशक कानून व्यवस्था प्रशांत कुमार ने प्रदेश की पुलिस कार्रवाई के 3 साल के खाके को सामने रखा उन्होंने इनकाउंटर समेत अपराधियों की संख्या, लूट, बलात्कार हर मुद्दे पर बेबाकी से समाचार एजेंसी को बताया.
समाचार एजेंसी भाषा के मुताबिक प्रदेश के एडीजी लॉ एंड ऑर्डर प्रशांत कुमार ने बताया कि प्रदेश में पिछले 3 साल में पुलिस मुठभेड़ के दौरान 122 अपराधी मारे गए जबकि 13 पुलिसकर्मी शहीद हुए हैं. उन्होंने बताया कि 20 मार्च 2017 से 10 जुलाई 2020 के बीच 6126 मुठभेड़ पुलिस और अपराधियों में हुई हैं जिनमें 122 अपराधियों को पुलिस ने जमींदोज कर दिया. मुठभेड़ के दौरान 13 पुलिसकर्मी भी शहीद हुए. एडीजी के मुताबिक इस समयंतराल में 13361 अपराधी गिरफ्तार हुए जबकि 2296 अपराधी मुठभेड़ में जख्मी हुए. इन मुठभेड़ों में 909 पुलिसकर्मी घायल हुए.
हाल ही के वाक्या का जिक्र करते हुए प्रशांत कुमार ने बताया कि कानपुर में पुलिस दल पर घात लगाकर विकास दूबे और उसके साथियों ने हमला किया जिसमें 8 पुलिसकर्मी मारे गए थे. पुलिस ने हमले में 21 लोगों को नामजद भी किया था जिनमें विकास दुबे समेत छह पुलिस की गोली का शिकार हुए और चार को गिरफ्तार कर जेल भेजा गया हालांकि अभी 11 अपराधियों की तलाश में छापेमारी जारी है.
अपर पुलिस महानिदेशक लॉ एंड ऑर्डर प्रशांत कुमार ने बताया कि राज्य में 1 जनवरी 2020 से 15 जून 2020 के बीच लूट की 579 वारदात हुई जो 2019 में हुई लूट की वारदात से 44.17 फ़ीसद कम है. इसी अवधि में डकैती की 33 वारदात हुई जो 2019 की समान अवधि के मुकाबले 35.74 फ़ीसदी कम है. एडीजी कुमार के मुताबिक इस साल दहेज हत्या के 1019 और बलात्कार के 913 मामले सामने आए हैं जिनमें 6.34 प्रतिशत दहेज हत्या और 25.41% बलात्कार के मामलों में कमी दिखाई देती है.
योगी राज़ में पुलिस का इकबाल बुलंद, 3 साल में 122 ढ़ेर, 6126 मुठभेड़, पढ़िये रोचक जानकारी

Add Comment