साल 2020 पूरी दुनिया को ताउम्र याद रहेगा. कोरोना महामारी के लिए. भारत मे भी कोरोना ने खूब हमला किया. लोग बीमार हुए, शिकार हुए. बचाव के लिए तरह-तरह के फार्मूले अपनाए. लॉक डाउन लगा. स्थितियां विपरीत हुए. कोविड वैक्सीन की आस में देश आगे बढ़ा. वैक्सीन के जल्द ही प्रयोग में आने की बात के बाद अब नई समस्या सामने आई है. समस्या ठगी की है. और खबर मध्यप्रदेश से निकली है.
कोविड-19 की वैक्सीन के नाम पर द टाइम्स ऑफ इंडिया में खबर आई है. खबर के मुताबिक वैक्सीन की प्री बुकिंग के नाम पर लोगों को ठगने की कोशिश की बात सामने आई है. प्रतिष्ठित समाचार समूह द टाइम्स ऑफ इंडिया की मुताबिक मध्यप्रदेश में कुछ ऐसे के सामने आए हैं जहां लोगों के पास फोन आया कि आपकी कोविड- वैक्सीन बुक की जा रही है. कालरों ने लोगों से प्रति वैक्सीन ₹500 किसी अकाउंट में ट्रांसफर करने की बात भी कही. खबर के चर्चा में आते ही मध्य प्रदेश साइबर सेल सक्रिय हो गया और पूरे मामले को लेकर अलर्ट जारी कर दिया.
मध्य प्रदेश साइबर सेल भोपाल के एसएसपी रजत सकलेचा ने मीडिया के सामने पूरे मामले पर जानकारी साझा की. उन्होंने बताया कि साइबर फ्रॉड करने वाले लोग ऐसे मामले सामने लाकर लोगों को टारगेट करते हैं जो हाल फिलहाल लोगों के बीच चर्चा का विषय बने हो. इसलिए अभी कोविड वेक्सीन के नाम पर वह लोगों को कॉल कर रहे हैं. ऐसी शिकायतें आई हैं जिसमें ठग ने फोन करके कहा कि अभी रजिस्ट्रेशन करा लेंगे तो सिर्फ ₹500 में वैक्सीन बुक हो जाएगी. बाकी पैसा वैक्सीन लगने पर देना होगा. इस तरह के फोन कॉल से सावधान रहें.
एसएसपी सकलेचा के मुताबिक भोपाल के एक कॉलेज स्टूडेंट ने पूरे मामले पर शिकायत दर्ज कराई है जिसको लेकर पुलिस ने एडवाइजरी जारी की है. एडवाइजरी में पुलिस ने कहा है कि कोविड वैक्सीन पर आ रहे किसी भी फोन कॉल पर भरोसा ना करें. ना ही अपने बैंक डिटेल्स किसी के भी साथ साझा करें. कोविड वैक्सीन के नाम पर कई लिंक्स भी शेयर किए जा रहे हैं. ऐसे किसी भी लिंक पर न तो क्लिक करें और ना ही इसे किसी को फॉरवर्ड करें. यह स्कैम हो सकता है. महत्वपूर्ण है कि एसएसपी साइबर सेल रजत सकलेचा ने अभी तक केवल शिकायत की बात को स्वीकार किया है. उन्होंने कहा कि अभी तक कोई भी केस सामने नहीं आया है जहां कोई व्यक्ति इस तरह के धोखाधड़ी का शिकार हुआ हो. फिर भी लोगों को सतर्क रहने की जरूरत है.
उत्तर प्रदेश सभी सामने आया ठगी का मामला
नवभारत टाइम्स के मुताबिक उत्तर प्रदेश के गाजियाबाद से भी ठगी की शिकायत मिली है. गाजियाबाद के क्रॉसिंग रिपब्लिक में रहने वाले अरुण ने पुलिस को अपनी शिकायत में बताया है कि बुधवार को उनके पास कॉल आई और कॉलर ने खुद को स्वास्थ्य विभाग दिल्ली से बताया. उन्हें बताया गया कि जनवरी में वैक्सीनेशन शुरू हो जाएगा. इसके लिए पहले रजिस्ट्रेशन करवाना जरूरी है. इस रजिस्ट्रेशन को करवाने वालों को पहले वैक्सीन लगाई जाएगी. बकौल अरुण परिवार की सुरक्षा के लिए उन्होंने पत्नी, बेटी और अपना नाम दे दिया. इसके बाद उन्हें एक फार्म भेजा गया और परिवार के सदस्य की पूरी डिटेल के साथ ₹2000 देने के लिए कहा गया था. अरुण कहते हैं कि उन्होंने तीनों फार्म भरकर जमा कर दिए लेकिन बाद में मोबाइल बंद हो गया. मोबाइल बंद होने के बाद अरुण को ठगी का अहसास हुआ और थाने में शिकायत करने के लिए पहुंच गए. फिलहाल पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है.
बोल बचन
समय की मांग है कि कोविड-19 जल्दी से जल्दी लग जाए. लेकिन इस जल्दी बाजी में आप ऐसा कोई फैसला मत कर लीजिएगा जिससे आपको नुकसान हो जाए. सरकार स्पष्ट कर चुकी है कि टीकाकरण के शुरुआती चरण में या टीका केवल कोविड वरियर्स नर्स, स्वास्थ्य कर्मी, डॉक्टर्स, बुजुर्गों और ऐसे ही अन्य जरूरतमंद लोगों को पहले लगाया जायेगा. ऐसे में आप ऐसे किसी भी संदेश से बचिए. किसी भी मैसेज को ना फॉरवर्ड कीजिए ना ही किसी लिंक को ओपन कीजिए. यह महत्वपूर्ण जानकारी देश की बड़ी आबादी को नहीं है जिसका फायदा साइबर ठग उठा रहे हैं. निकट भविष्य में ऐसे मामले सामने आ सकते हैं जिस पर कानून की कार्रवाई जरूर होगी. लेकिन सभी को अलर्ट रहने की जरूरत है. खबर यदि आपको समाज हित में लगती है तो इसको साझा जरूर करें.
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